Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Local Samachar
    • Home
    • देश
    • विदेश
    • राज्य
    • मध्यप्रदेश
      • मध्यप्रदेश जनसंपर्क
    • छत्तीसगढ़
      • छत्तीसगढ़ जनसंपर्क
    • राजनीती
    • धर्म
    • अन्य खबरें
      • मनोरंजन
      • खेल
      • तकनीकी
      • व्यापार
      • करियर
      • लाइफ स्टाइल
    Local Samachar
    Home»विदेश»पाक पीएम बनकर भी शहबाज के साथ हो गया खेला, जानें बिलावल भुट्टो ने किस शर्त पर नवाज शरीफ से की डील…
    विदेश

    पाक पीएम बनकर भी शहबाज के साथ हो गया खेला, जानें बिलावल भुट्टो ने किस शर्त पर नवाज शरीफ से की डील…

    By February 22, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email Telegram Copy Link
    पाक पीएम बनकर भी शहबाज के साथ हो गया खेला, जानें बिलावल भुट्टो ने किस शर्त पर नवाज शरीफ से की डील…
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Pinterest Email

    पाकिस्तान में आम चुनाव के लगभग दो हफ्ते बाद राजनीतिक अनिश्चितता के बादल आखिरकार खत्म हो रहे हैं।

    आसिफ अली जरदारी की पार्टी पीपीपी और नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन ने सरकार बनाने के लिए आपस में हाथ मिला लिया है। दोनों के बीच डील फाइनल हो गई है।

    इसका खुलासा खुद शहबाज और बिलावल ने साझा प्रेस कांफ्रेंस में मंगलवार देर रात को किया। दोनों दल अपने इस अपेक्षित गठबंधन सरकार को पीडीएम-2 कह रहे हैं।

    हालांकि सरकार बनने से पहले ही देश में यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह सरकार सफलतापूर्वक आगे बढ़ेगी। सरकार के नए फॉर्मूले में शहबाज शरीफ पीएम होंगे और आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति।

    नवाज शरीफ और बिलावल के बीच हुई इस डील में ज्यादा फायदा बिलावल ले उड़े हैं। शहबाज के पास भले ही पीएम की गद्दी होगी लेकिन, वे बिलावल के आगे मजबूर होंगे। कैसे, आइए जानते हैं

    पाकिस्तान में पीपीपी और पीएमएल-एन की बात करें ते पीडीएम के 16 राजनीतिक दलों ने 2022 में पूर्व पीएम इमरान खान की सरकार गिराई थी और शहबाज के नेतृत्व में सरकार का गठन किया। हालांकि उस वक्त पीपीपी और नवाज की पार्टी के बीच रिश्ते इतने मधुर नहीं थे।

    यही वजह है कि इस वक्त चुनाव में दोनों दलों ने एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला और अब चुनाव परिणाम सामने आने के बाद जब किसी भी दल के पास बहुमत नहीं है तो वे एक-दूसरे के साथ फिर साथ खड़े हो गए हैं। आलोचकों का कहना है कि पाकिस्तान के राजनीतिक इतिहास में पीडीएम-1 सबसे अलोकप्रिय सरकारों में से एक थी।

    नवाज और बिलावल में क्या डील हुई
    8 फरवरी के आम चुनावों के नतीजों के बाद से ही नवाज की पार्टी ने गठबंधन सरकार बनाने में रूचि दिखानी शुरू कर दी थी लेकिन, पीपीपी इस प्रयास में अनिच्छुक थी।

    हालांकि, कई दौर की बातचीत के बाद मंगलवार रात दोनों पार्टियों की ओर से ऐलान किया गया कि मुस्लिम लीग और पीपुल्स पार्टी देश में अगली सरकार बनाएगी और नई सरकार के गठबंधन के तहत शाहबाज शरीफ प्रधानमंत्री होंगे और आसिफ अली जरदारी राष्ट्रपति होंगे।

    बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट है कि दोनों पार्टियां इस बात पर सहमत हुई हैं कि नेशनल असेंबली का स्पीकर मुस्लिम लीग-एन से होगा जबकि डिप्टी स्पीकर पीपुल्स पार्टी से होगा, जबकि उच्च सदन यानी सीनेट के चेयरमैन की सीट पीपुल्स पार्टी से होगी। उपाध्यक्ष पद का चुनाव राष्ट्र संघ द्वारा किया जाएगा।

    नए सरकारी फॉर्मूले के तहत, खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब के गवर्नर पीपुल्स पार्टी से होंगे, जबकि बलूचिस्तान और सिंध के गवर्नर नवाज के दल के होंगे। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का मानना ​​है कि नई सरकार का गठबंधन पिछली सरकार से बेहतर होगा।

    बिलावल ने कैसे कर दिया खेला
    औपचारिक तौर पर देखा जाए तो पीपीपी ने राष्ट्रपति पद कबूल किया है और शहबाज को पीएम पद मिला है। लेकिन, राजनीतिक परिदृष्य से देखा जाए तो राष्ट्रपति का पद भी कम महत्वपूर्ण नहीं।

    आसिफ अली जरदारी को राष्ट्रपति बनाने के बाद ‘जोड़-तोड़ की राजनीति’ एक बार फिर सामने आएगी जो ‘न सिर्फ नवाज की पार्टी के लिए बल्कि सत्ता प्रतिष्ठान के लिए भी शहबाज को झटका दे सकती है।

    इस बारे में अधिक बात करते हुए पत्रकार और विश्लेषक नुसरत जावेद ने कहा कि ‘अभी तक राष्ट्रपति का पद सांकेतिक माना जाता था, लेकिन अप्रैल 2022 के बाद से आए सभी संकटों ने साबित कर दिया है कि राष्ट्रपति अगर चाहें तो ‘संकट पैदा भी कर सकते हैं और संकट समाप्त भी कर सकते हैं।’

    उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर राष्ट्रपति चाहें तो अचानक फाइल उठाकर प्रधानमंत्री से सलाह दे सकते हैं कि अगला सेना प्रमुख कौन होगा? पूरी दुनिया जानती है कि इसे केवल राष्ट्रपति के हस्ताक्षर की आवश्यकता है और यदि वह चाहे तो राजनीतिक रूप से भी प्रतिष्ठान के साथ संबंध बनाए रख सकता है। इस पद को मौजूदा राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने अहम बना दिया है।”

    उन्होंने हालिया गठबंधन के बारे में कहा कि ‘शाहबाज शरीफ और आसिफ जरदारी परिपक्व राजनेता हैं और इस समय दोनों को एक-दूसरे की जरूरत है।’

    Related Posts

    पाकिस्तान के खैबर प्रांत में सैन्य काफिले पर आत्मघाती हमला, 13 सैनिकों की मौत, 29 घायल

    June 28, 2025

    टैरिफ पर ट्रंप ने लिया यू-टर्न, स्मार्टफोन और लैपटॉप को टैरिफ से दी छूट

    April 13, 2025

    पूर्व पीएम किशिदा पर हमला करने वाले आरोपी ने हत्या के आरोप से किया इनकार

    February 4, 2025

    अमेरिका से 205 भारतीयों को मिलिट्री विमान से वापस भेजा गया, ट्रंप सरकार ने की सख्त कार्रवाई

    February 4, 2025

    ब्रिबी द्वीप में शार्क के हमले से महिला की मौत, तैरते समय आई गंभीर चोटें

    February 4, 2025

    अफ्रीका में शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग, हिंदू छात्र का कलावा काटने पर बवाल

    February 4, 2025
    विज्ञापन
    विज्ञापन
    हमसे जुड़ें
    • Facebook
    • Twitter
    • Pinterest
    • Instagram
    • YouTube
    • Vimeo
    अन्य ख़बरें

    धान की फसलों में रोग व कीट प्रकोप से बचाव के लिए कृषि विशेषज्ञों ने दी सलाह….

    October 6, 2025

    भारत सिंह साहू का विगत दो माह से बिजली बिल माइनस में….

    October 6, 2025

    गाँव की तस्वीर बदली, कौशल्या की तकदीर सँवरी: जल जीवन मिशन से मिला घर-घर नल का तोहफ़ा….

    October 6, 2025

    पीएम सूर्यघर योजना: सोलर रूफटॉप लगवाने केन्द्र और राज्य सरकार दे रही अनुदान….

    October 6, 2025
    हमारे बारे में

    यह एक हिंदी वेब न्यूज़ पोर्टल है जिसमें ब्रेकिंग न्यूज़ के अलावा राजनीति, प्रशासन, ट्रेंडिंग न्यूज, बॉलीवुड, खेल जगत, लाइफस्टाइल, बिजनेस, सेहत, ब्यूटी, रोजगार तथा टेक्नोलॉजी से संबंधित खबरें पोस्ट की जाती है।

    Disclaimer - समाचार से सम्बंधित किसी भी तरह के विवाद के लिए साइट के कुछ तत्वों में उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत सामग्री ( समाचार / फोटो / विडियो आदि ) शामिल होगी स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक इस तरह के सामग्रियों के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं स्वीकार करता है। न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित ऐसी सामग्री के लिए संवाददाता / खबर देने वाला स्वयं जिम्मेदार होगा, स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी. सभी विवादों का न्यायक्षेत्र रायपुर होगा

    हमसे सम्पर्क करें
    संपादक - Roshni Rajput
    मोबाइल - 9399298630
    ईमेल - [email protected]
    छत्तीसगढ़ कार्यालय - Amrit Niwas,Gandhi Nagar Gudhiyari Raipur
    मध्यप्रदेश कार्यालय - S-215 Om Complex Near Bima Kunj Kolar Road Bhopal
    October 2025
    M T W T F S S
     12345
    6789101112
    13141516171819
    20212223242526
    2728293031  
    « Sep    
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    © 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.